अगर आपके विभाग या सार्वजनिक जगह पर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाइजर स्प्रे मशीनें लगी हैं तो उसका उपयोग तत्काल बंद कर दें। इससे कोरोना से बचाव तो नहीं हो सकता है लेकिन आपको अन्य बीमारियां जकड़ सकती हैं। स्वास्थ्य आयुक्त ने प्रदेश में लगी सभी सैनिटाइजर स्प्रे मशीनों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। खास बात यह है कि आदेश आने के बाद भी कई सार्वजनिक जगहों पर मशीनें अब तक चालू हैं। सीएमएचओ का कहना है कि हम कार्रवाई करेंगे।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला अस्पताल सहित कमला नेहरू विद्यालय, डाइट परिसर, जिला जेल सहित अंचलभर के स्वास्थ्य केंद्रों एवं पुलिस थानों पर सैनिटाइजर स्प्रे मशीनें लगाई गई हैं। बताया जा रहा है कि उल्टा इन मशीनों से संक्रमण फैलता है।
इसे लेकर 20 अप्रैल को संचालनालय स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई ने सभी कलेक्टर्स व मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आदेश दिए कि विभागों में लगाए टनल चैंबर जो कि सोडियम हाइपोक्लोराइड अल्कोहल का छिड़काव कर सैनिटाइजेशन करते हैं, यह मानव शरीर के लिए नुकसानदायक हैं। इससे शरीर के अंगों व कपड़ों का विसंक्रमण सुचारू रूप से नहीं करते। इससे हाथ, आंखों में जलन, गले में खराश, स्किन एलर्जी, उल्टी एवं फेफड़ाें में ब्रान्कोस्पास्म भी हाे सकते हैं।
साथ ही यह टनल चैंबर उपयोगकर्ता को भ्रम में रख हाथ धोने व सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकाॅल का उल्लंघन का कारण भी बन सकता है। साथ ही यह झूठी सुरक्षा का आश्वासन भी देता है जो कि हानिकारक है। आयुक्त द्वारा आदेश आने पर सीएमएचओ ने जिला अस्पताल की सैनिटाइजर स्प्रे मशीन को बंद कर दानदाता को तुरंत ले जाने को कहा हैं। वहीं अन्य विभागों में अब तक मशीनों का अपयोग किया जा रहा है।
आयुक्त का आदेश आते ही हमने जिला अस्पताल की मशीन को बंद कर अन्य विभागों को भी निर्देशित किया है ताकि तत्काल प्रभाव से सैनिटाइजर मशीनों को बंद किया जा सके। अगर कहीं मशीन चल रही है तो संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
डाॅ. महेश मालवीय, सीएमएचओ, मंदसौर
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